मन

रेषा तरल उरी ह्या,भावनांचे अर्थ ल्याली
स्थिरावली नजर, मन निमिषात भारावती
शिरूनी कोषात, विचार चक्रे घेती गती
कुणा नयनी पाणी, कुणा हसू गाली..............
                                 P.S.AarchU

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