जज्बात

दूरसे तुम हमे महसूस कर लेते हो
हर लब्जोंसे और करीब आते हो
आदत नही हमे किसीको ऐसे संभालनेकी
क्यूँ हमे महफील मे अकेला कर देते हो...............
                                P.S.AarchU

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